मैं दर्द हूँ हो सके तो मुझे पहचान ले अपनी गज़ल ,नज़्म में मुझे ढाल ले दर्द की दास्तां दर्द बड़ी खूबसूरती से कह रहा के तू मुझे अपनी गज़ल अपनी नज़्म में ढाल ले ।मुझे अपने अंदर मत रखना नही तो मैं तुम्हे खोखला कर दूँगा इसलिए दोस्तों अपने दर्द को अपने अंदर कभी मत रखना दर्द इंसान को खोखला कर देता है चाहे दीवारों से बात करे आप चाहे कागज़ों पर अपना दर्द उतार दें ।चाहे किसी के आगे रो लें ।लेकिन अपने दर्द को अपने अंदर दबाएं नही । जब दर्द होता है तो उसे खुशी भी महसूस नही होती । खुशी भी आती है तो दस्तक दे कर चली जाती है #मैं#दर्द#हूँ#पहचान#गज़ल#नज़्म#ढाल#nojotoshyri #nojotohindi #urduhindishayri