गृह विश्राम के मेरे अति भाग्य में सरहद के वीर की जंग जारी रही, भारत माँ की रक्षा को निकला वो मैंने बस आराम से पुस्तकें ही पढीं। इस वीरगति को देवगण भी हैं तरसे उसकी देशभक्ति समक्ष नगण्य हूँ मैं, मुझको भी देना अवसर एक भारत माँ शत्रु का काल बनकर अमर बनूँगा मैं। Salute to our brave martayred soldiers. #indianarmy