अंजाम मेरा भी वही होगा क्या, अभी जो घंटों पहले स्मशान में देखा था हश्र मेरा भी ख़ाक होगा क्या, अभी जो हवाओं के रुख़ में बहते देखा था। प्रीत #फूल स्टॉप