ये अदब लहजे और और लुभावना पन, इश्क़ के रुखसत होने तक हैं साहब । इंतकाम का जब सुरुर चढता है लोगों को, तो तबाह करने की कुव्वत अपने आप आ जाती है।। ©Arun Shukla #लहजे #alone rajeev Bhardwaj SHANU KI सरगम सुधा भारद्वाज