Nojoto: Largest Storytelling Platform

लफ्जो से बयां नही करती वो, खामोशीयो से रिश्ता जोड़

लफ्जो से बयां नही करती वो, खामोशीयो से रिश्ता जोड़ लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़कियां, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
अंदर ही अंदर बिखर कर, तोड़ कर अपने दिल को, वो हर हाल मे मुस्कुरा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है 
तन्हा बैठ कर अंधेरे मे वो जी भरकर रो लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
तमाशा तो देखो उनकी जिंदगी का, खुद की जिंदगी मे अंधेरा करके, दूसरो की जिंदगी मे रोशनी भर देतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
किसी से ना करती कोई शिकायत और ना ही कोई शिकवा
कभी दिल उनको समझाता तो कभी वो दिल को समझा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
जीवन भर जिसके साथ जीने का देखा उसने सपना, माँ-बाप की खुशी के लिए वो भी भुला देती है ।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है 
लगाई थी जब अपने प्यार के नाम की मेहंदी, वो भी रो रो कर मिटा लेतों है ।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
सपना देखती थी अपने प्यार के साथ का, हकीकत मे किसी अंजान से रिश्ता निभा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है  
अपने परिवार की खुशी के लिए वो लड़किया, अपने आप को भी रुला लेतीं है 
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
बेवफा नही होती वो लड़किया, जो सच्ची मोहब्बत करती है।
वो तो बस अपने मां-बाप का चेहरा देखकर, उन्हीं के रास्ते मे कदम बढ़ा लेतीं है 
आखिर क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है bevafa nahi hoti vo ladhkiya jo sachhi mohobbat krti h..☺
लफ्जो से बयां नही करती वो, खामोशीयो से रिश्ता जोड़ लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़कियां, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
अंदर ही अंदर बिखर कर, तोड़ कर अपने दिल को, वो हर हाल मे मुस्कुरा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है 
तन्हा बैठ कर अंधेरे मे वो जी भरकर रो लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
तमाशा तो देखो उनकी जिंदगी का, खुद की जिंदगी मे अंधेरा करके, दूसरो की जिंदगी मे रोशनी भर देतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
किसी से ना करती कोई शिकायत और ना ही कोई शिकवा
कभी दिल उनको समझाता तो कभी वो दिल को समझा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
जीवन भर जिसके साथ जीने का देखा उसने सपना, माँ-बाप की खुशी के लिए वो भी भुला देती है ।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है 
लगाई थी जब अपने प्यार के नाम की मेहंदी, वो भी रो रो कर मिटा लेतों है ।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
सपना देखती थी अपने प्यार के साथ का, हकीकत मे किसी अंजान से रिश्ता निभा लेतीं है।
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है  
अपने परिवार की खुशी के लिए वो लड़किया, अपने आप को भी रुला लेतीं है 
क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है।
बेवफा नही होती वो लड़किया, जो सच्ची मोहब्बत करती है।
वो तो बस अपने मां-बाप का चेहरा देखकर, उन्हीं के रास्ते मे कदम बढ़ा लेतीं है 
आखिर क्या करे वो किसी से इश्क करने वाली लड़किया, जब उनकी जिंदगी ही साथ नही देती है bevafa nahi hoti vo ladhkiya jo sachhi mohobbat krti h..☺
muskanbedi6264

Muskan Bedi

New Creator