सिंघ सवन सत्पुरुष वचन कदली फलै इकबार! तिरिया-तेल हम्मीर-हठ चढ़ै न दूजीबार। जैसे शेरनी एक ही बच्चे को जन्म देती है,सत्पुरुष के द्वारा दिया गया वचन अटल होता है।जैसे केले के पौधे पर भी एक ही बार फल आता है और स्त्री को जीवन में एक ही बार तेल चढ़ता है उसी प्रकार हम्मीर द्वारा दिया गया वचन कभी नहीं बदलता। 17 युद्ध में से 16 युद्ध जीतने वाला एक शानदार रणथंभौर का चौहान वंशी राजा हम्मीर देव। 1282 ई. में उसे अपने पिता के 32 बर्ष का शासन पूर्ण होते ही राजगद्दी पर बिठा दिया गया। गद्दी पर बैठते ही उस महत्वकांक्षी युवा राजा ने 10 बर्षों में ही भीमरस के शासक अर्जुन,धार के परमार, और मेवाड़ के समर सिंह को परास्त कर पूरे राजस्थान में तो अपनी धाक जमा ही ली साथ ही आबू,कठियाबाड़, पुष्कर, त्रिभुवन,चम्पा को जीतकर रणथंभौर आकर 'कोटियजन' यज्ञ किया। ऐसा वीर था हम्मीर देव चौहान। क्रमशः--01 #पाठकपुराण #राजस्थान_के_इतिहास_की_झलकियाँ_1 3 #हम्मीरदेव_चौहान_रणथंभौर #yqdidi #yqhindi