आँखें तेरी नीलकमल हैं तु फूल नहीं गुलदस्ता है चेहरा तेरा खिला गुलाब केशु रातरानी की डलियाँ गंध डालतीं बेहिसाब तुझे देख ऐ गुलबदन ! मन भंवरा हो बहकता है. तु फूल नहीं... होंठ सुर्ख़ गुलाब की कलियाँ कपोल तेरे वैजयंती माल रजनीगंधा तेरी नासिका है लकदक मालती तेरी चाल तुझमें बिख़रे मकरकंद को मन प्यासा ललचता है. जूही तेरी बुंदकियाँ हैं तु फूल नहीं... चंपा झूले माथे पर चमेली बूटा तन तेरा अपराजिता नाचे ठुड्डी पर हरसिंगार की चादर ओढ़े तेरा यौवन बड़ा लरजता है. तु फूल नहीं... श्रृंगार किए तु हरियाली पहने कनेरी गुड़हल की बाली तुझे चूमने को मन व्याकुल ओ, सदासुहागिन की डाली! तुझसे ही खुशबु है पसरी तुझसे ही फ़िज़ा महकता है. तु फूल नहीं ... #herbeauty #hyperbole #flower #comparison