हालात पर तो कभी दबंगों की भी दबंगई नहीं चलती दिल के हाथों खिलौना बनना भी तेरी अपनी है मर्ज़ी लेता है जायजा बड़ी बारीकी से किरदारों के खेल का ऊंचे उड़ा कर गहरे डुबा कर देखता लोगे तुम झेल क्या बबली गुर्जर ©Babli Gurjar मर्ज़ी