तेरे दिल के करीब एक उम्र थी जब हम तेरे दिल के करीब थे लेकिन आज कोई पास ना भी हो तो फर्क नही पड़ता एक उम्र थी जब हम तुम्हे बेहताशा चाहते थे लेकिन आज तुम चाहो तब भी फर्क नही पड़ता एक उम्र थी जब हम तुम्हे दूर से ही महसूस कर लेते थे लेकिन आज भृमर बनके भी मंडरा हो तब भी कोई फर्क नही पड़ता एक उम्र थी जब हम हर सख्श से पहले तुम्हे याद करते थे लेकिन आज मेरे किसी भी अक्स में तुम नही हो तब भी कोई फर्क नही पड़ता _नामा सुलगते लफ़ज IG-:sulagte.lafj