उनकी याद हममें हम सा हमदर्द हमसफर ढूंढते हो इश्क की आग में भला क्यों कूदते हो? ये दिल की कस्ती नही, आंसूयों का तूफान है तुम इस दर्द के समंदर में क्यों डूबते हो? मेरे रूहानी अहसास की यादों में बसे हो तुम फिर जिस्मानी खुमारी ख्वाब क्यों बुनते हो? ये बस तेरी नजरों का धोखा है, मोहब्बत नही !! हकीकत ये है, तेरे काबिल नही है हम, ये तुम क्यों भूलते हो? ©Manku Allahabadi तेरे काबिल नही है हम ..................................................... हममें हम सा हमदर्द हमसफर ढूंढते हो इश्क की आग में भला क्यों कूदते हो? ये दिल की कस्ती नही, आंसूयों का तूफान है तुम इस दर्द के समंदर में क्यों डूबते हो?