⚔️📿रावण 📿⚔️ मेरे सौर्य मयी कृत कार्यों पे तुम क्या लाँछल डालोगे। रूह कांप जाएगी तेरी जब रावन का असली इतिहास खंगालोगे।। मात - पिता का आज्ञाकारी अनुशासित, अनूचारी था। शीश काट तप करने वाला मै ही वो ब्रह्मचारी था।। नौ ग्रह का मै मालिक था। ये सारे मेरे नौकर थे।। जिन देवों की तुम पूजा करते । वो इस ब्राह्मण की पूजा करते थे।। मुझे पता था मेरी तुम निष्कर्ष मौत पर जाओगे। यहीं से अपने रामचंद्र की गाथा को तुम गाओगे।। बहन के खातिर मै अपने सिय प्रतिछाया लाया था। युद्ध जीत सिय ले जाने का । संदेसा भेजवाया था।। घर का भेदी भाई था । जिसने विनाश करवा डाला सम्पूर्ण धरा से ब्राह्मण वीरों का इतिहास मिटा डाला।। समस्त देव गणों से सेवा मै करवाता था । इन्द्र से मै बारिश करवाता विश्वकर्मा से महलों को बनवाता था। उस राम की आखिर क्या हस्ती जो मारे इस त्रिभुवन के स्वामी को। वो तो भाई ने मेरे बोला था। छलनी कर दो इसकी नाभि को।। पं०हरिओम तिवारी #रावन #