खमोशी की चीखें ---------------------------- बहस में चीखने से अच्छा है। खमोशी चीखो में चीखना ।। बहस की चीखो में तो । चीखना नजर-अंदाज किया जाता है।। पर खमोशी की चीखो में तो तुम खुद ही चीख उठो गये।। कीर्ति 17/june/2019 #नोजोतो, #स्वरचितकविता