यूँ तो मैं यूं तो मैं कुछ बदल सी गई हूं आजकल । जहां सबकी मदद करना चाहती थी , वहां खुद के बारे मैं , सोचने लगी हूं आजकल , लेकिन मैं थी नहीं ऐसी , ना कभी बन पाऊंगी । खुद को दुखी रखकर , मैं नहीं जी पाऊंगी । मेरे नियम नहीं की , मैं दूसरों को निराश करूं , अपने स्वार्थ के लिए , अपने ही नियमों का नाश करूं । #nojotohindi