कितना ही ना कह लूँ कितना ही मुँह फेर लूँ पर जानती हूँ मैं दिल की हाँ आँखों की बेचैनी एकटक तकती उस राह की ओर जहाँ रूठी थी उससे खींचे थे क़दम पीछे अब भी चलना चाहती हूँ उसी रास्ते पर दूर तक जहाँ तक वो मिले मुझे फिर वैसा ही हो सबकुछ शायद... #mनिर्झरा #bestyqhindiquotes #yqdidi #yqquotes #hindipoetry #lovequotes #lovepoem #feelings