उजला किरण मचली धूप मिटा अधियारा तारे गए डूब चमका सूरज जगत संसार। हौसला इतना पंछी रूप उड़ रहे है, फरिंदे बन कूप, सुनहरी सुबह सुनहरी यह रूप, देख अलसायी आंखे गई खुल। है, यह जीवन का प्रकाश क्षण क्षण में करता चमत्कार। कह रही यह प्रभात ब्रह्म हूं मैं ही प्रभात अखिल जग का तम तोडू इस धरती पर आभा बिखरू।। ©Manshee Singh प्रभात वर्णन...🙏 #sunrays