Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat एक चाहत ना मेरी , साकार सी होगी तलब थीं वो मेरी, हालात सी होगी तलाश वहीं थी, इस्तेमाल सी होगी मासूम सी लड़की, सवाल सी होगी ताल में बजती , मृददंग सी होगी तमाशा सा लगता ,ज़िन्दगी सी होगी एक चाहत, कभी जिसने होने न दी हमको राहत। #एकचाहत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat एक चाहत ना मेरी , साकार सी होगी