लगता है मेरी हंसी, मुझसे रूठ गयी है ! मेरे गमों को सहते -सहते, शायद भीतर से टूट गयी है !! है ढूंढ़ रहा हूँ उसको मैं, जाके औरों के भीतर ! पर वो तो दिल के कोने में बैठे, मेरे सपनों में छूट गयी है !!!! #sapna #khushi #Parikshit singh