आज ऐसा लगा की हार गया हूं मैं, पर कितनो के जीत की उम्मीद होऊंगा मैं, हौसलें शायद कमज़ोर पड़ जाए मेरे, पर कितनो के हौसलों की जान होऊंगा मैं, कैसे कह दूँ कुछ कर नही पाया ज़िन्दगी में मैं, न जाने कितनो की ज़िंदगी बनाने का सपना होऊंगा मैं, कुछ सीख नही पाया ये भी कैसे कह दूं, कितनो को सिखाने में बहुत सीख गया होऊंगा मैं, कहता ज़रूर हूँ कि कोई जानता नही मुझे, ना जाने कितने दिलो दिमाग की पहचान बन गया होऊंगा मैं। --© ऋषि सिंह #life_lesson #nojotohindi #nojotoenglish #kalamse #rshayari