रूस द्वारा यूक्रेन पर गुरुवार को आक्रमण करने के महत्व कुछ घंटों के भीतर ही यूक्रेन के राष्ट्रपति संयुक्त राष्ट्र के तत्काल मदद की गुहार लगाई जैसे यूक्रेन ने पश्चिम के देशों खासकर अमेरिका और ब्रिटेन बार-बार याचिका कह रहे थे कि तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं अब महज निंदा प्रस्ताव और आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा कर रहे हैं जबकि दुनिया जानती है कि रूस पर जिस तरह की आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं वह प्रतिदिन लगभग एक दशक से वह खेल रहा है वह प्रतिदिन एक दशक से चल रहा है इस तरह के प्रतिबंधों से जब ईरान जैसे देश को कोई फर्क नहीं पड़ता तो रोज पर क्या फर्क पड़ेगा ऐसे में यूक्रेन को भी अब लगने लगा है कि वह पश्चिमी देशों को फंसाने में आकर बेवकूफ बन गया है शायद यही वजह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आप बड़े हाव भाव से कहा है कि दुनिया ने हमें रूप से साथ लड़ाई में अकेला छोड़ दिया है यूक्रेन के राष्ट्रपति को अब स्वयं ठगे जाने का एहसास हो रहा है दरअसल यूक्रेन जिन पश्चिमी देशों के बल पर उसकी हर तरह की धमकी से इरादे को ध्वस्त करने की बात कर रहा था अब इस वास्तविकता को समझने लगा है कि बुरी तरह से फंस गया है और कोई भी पश्चिमी देश उसके साथ निकालने के लिए कोई पुरानी दाव नहीं अटका अटका रहा है ©Ek villain #लंबे समय से तैयारी हो रही थी पटकथा की #Nofear