कठिनाइयों से लड़ना रात की खामोशियाँ अब हमें कभी डराती ही नहीं, भुला चुके हैं तुम्हें अब तुम्हारी याद आती ही नहीं। जख्मों पर मरहम लगाना खुद सीख लिया है हमने, दुआ और दवा की अब हमें कोई जरूरत ही नहीं। तन्हा रहते - रहते तन्हाई भी दोस्त हो गई है हमारी, किसी और दोस्त यार की अब हमें जरूरत ही नहीं। दिल के साथ ही साथ भरोसा भी टूट गया है हमारा, किसी पर भी यकीन करना अब मुमकिन ही नहीं। जिंदगी में कठिनाइयों से लड़ना सीख लिया है हमने, राह की किसी कठिनाई से अब दिल घबराता ही नहीं। #कठिनाइयों_से_लड़ना_rks #रचना_का_सार #collabwithरचना_का_सार #yqbaba #yqdidi