चेहरे की मासूमियत देखकर उसने कहा चांद उदास क्यों ठहरा हैं, उदासी में भी हर पल हर बार मुस्कुरारते हुए हमने तुमसे ही सीखा है! वक्त ठहर जा कुछ गुस्ताकिया हमसे तो नहीं हो गई उनको मनाने में,, दूरियां कब बढ़ जाती हैं हमें पता नहीं चलता अपनी जिंदगी को बनाने में!! डीयर आर एस आज़ाद... ©Ramkishor Azad #शायरी #Love #rsazad #viral #Trading #मोहब्बत #मासूमियत #हर_पल #मुस्कुराहट #Like