Alone थक हार के घर आता हूं शाम को उसकी गोद में सो के मुझे चैन आता है हंस देती है थोड़ी सी मैं भी उसकी हंसी देखकर उसमें मगन हो जाता हूं वह और कोई नहीं मेरी मां है writer_babu sarswat ©babu sarswat important person in my life my mom