आज कुआंसे कि जो बारात सजी है मेरे मोहल्ले में क्य

आज कुआंसे कि जो बारात सजी है 
मेरे मोहल्ले में क्या खूब जची है 
मेरे महबूब इस बारात में 
जो तेरा एक साथ होता 
तो मैं भी हजारों की तादाद में 
एक खास होता 
काश कि चाय की कुछ घूंट 
तुम्हारे संग हो जाती
के काश कुआंसे के इस आलम में 
तुम्हारे बाहों में लिपटे हम हो जाते

©R...Khan #कुआंसे#की#बारात

#Nature
आज कुआंसे कि जो बारात सजी है 
मेरे मोहल्ले में क्या खूब जची है 
मेरे महबूब इस बारात में 
जो तेरा एक साथ होता 
तो मैं भी हजारों की तादाद में 
एक खास होता 
काश कि चाय की कुछ घूंट 
तुम्हारे संग हो जाती
के काश कुआंसे के इस आलम में 
तुम्हारे बाहों में लिपटे हम हो जाते

©R...Khan #कुआंसे#की#बारात

#Nature
rkhan8920111841874

R...Khañ

New Creator