जो उड़ा रहें जहरीला धुआं ये है मौत का गहरा कुआं शौक से पीते हैं जिसे समझकर आप जिंदगी की सुधा खींच लेगी दौड़कर मौत तुम्हें इस तरह मचेगा गात मेंं इस कदर का कलह।। झटपटाएंगे चाहे जितना तब हंसकर बोलेगा क्या हुआ मींचती आंखों में रौशनी नहीं ,हाथों में सिगरेट माथे पर धुआं। मौत की तराजू में तौले जाओगे तब सोचना नहीं आएगी फिर मौत की उजियारी सुबह कर लो अभी से धूम्रपान न करने की एक दृढ़ प्रतिज्ञा लाल सेहरा बांध लो ,आराम से जियो फिर जिंदगीनी के दिन बचा हुआ।। ©शिल्पा यादव #sayNoTosmoking #sayNoTosmoking Anshu writer Rajesh rajak anurag bauddh Darshan राaj...✍ Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"