शिकुड़ जाता है इस आघात से उसकी आत्मा विलाप करती है व्याकुल ही रहता है पूरा दिन रातों में जग जाता है आजादी के स्वप्न देखकर नित्य नये आहार भर्मित करते है उसे दिशा का ज्ञान भी मुँह चिढ़ाती है भय के जीवन से वह दानव बनता है जिससे उसकी मृत्यु शीघ्र आती है मार ही देते हैं हम उसे। हमलोगों के पास एक तोता था जो पिंजरे में से मीठी बोली बोलता था।कृप्या पिंजरे से घृणा करें नहीं तो पछतावा होता है। कभी कभी हमारी स्थिति भी पिंजरे के पंछी जैसी हो जाती है। #पिंजरेकापंछी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #yqbaba #musings