बोहोत याद आती हो तुम ... नींद मेरा चुराती हो तुम .. इस नादान दिलको सताती हो तुम.. आकर जब फिर चली जाती हो तुम.. कैसे बतलाऊ फिर कितना याद आती हो तुम.. रूठ सा जाता हूं मैं जब तुमसे दूर जाता हूं मैं मेरे दिलके बस है ये आरज़ू