जो जुदा- जुदा किरदारों से सजा है। जिंदगी का वो खूबसूरत रंगमंच है। कुछ किरदार भुला दिए जाते हैं। कुछ अपने वजूद की गहरी छाप जहन पे छोड़ जाते हैं। इस रँगपंच की खूबसूरती है अप्रत्याशित कहानियों में। कभी सुख, वात्सल्य और श्रृंगार का भान होता है कभी करुणा, वीरता और घृणा का बोध कराती है बांधे रखती है अंत तक अपने कथानक से। पता भी नही चलता कब कहानी खत्म हो जाती है। अंत मे इस रंगमंच का पटाक्षेप हो जाता है मौत से। ~ अनु उर्मिल"सर्वदा आशावादी" #रंगमंच