सुना है मेरे पैरों को लोहे कि बेड़ियों ने बांध रखा है, अजी ये रूह तो कबकी आजाद है फिर बेड़ियों की क्या खता है!! ...फिर इन बेड़ियों की क्या खता है!! #nojotohindi