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सोचता था कि तुझ से बिछड़ के रह लूँगा थोड़े जो दर

सोचता था कि तुझ से बिछड़ के  रह लूँगा 
थोड़े जो दर्द मिलेंगे जुदाई मे हस कर उन्हें सह लूँगा 

आज तुझ से पल दो पल को दूर हुए तो यह जाना है 
बड़ा ही मुश्किल अब तो तुम से दूर रह पाना है

©Rohan Rajasthani #Shadow udass Afzal khan Anupma Aggarwal Ankit 09 BANK बाबा ब्राऊनबियर्ड Shahnaz
सोचता था कि तुझ से बिछड़ के  रह लूँगा 
थोड़े जो दर्द मिलेंगे जुदाई मे हस कर उन्हें सह लूँगा 

आज तुझ से पल दो पल को दूर हुए तो यह जाना है 
बड़ा ही मुश्किल अब तो तुम से दूर रह पाना है

©Rohan Rajasthani #Shadow udass Afzal khan Anupma Aggarwal Ankit 09 BANK बाबा ब्राऊनबियर्ड Shahnaz