कहाँ गुम हो गए हो, अब पता दो ना, ज़िंदा रहने की एक वजह, अब बता दो ना,, बड़ी मुश्किल से गुज़रती हैं ये तन्हा रातें, तुम ना सही, तसल्ली ही देकर सुला दो ना, ख्वाबों ख्यालों में सिर्फ तुम ही बसे रहते हो, कभी रूबरू मिलकर सूरत दिखला दो ना,, ख़त ना सही मोबाइल मेसेज ही सही, गिफ़्ट कहाँ अब, रिचार्ज ही डला दो ना,, ग़ज़ल हो जाएगी ये ज़िन्दगी हमारी तुम्हारी, थोड़ा आगे बढ़के क़ाफ़िया मिला दो ना,, कभी खुशी कभी ग़म के एहसास हैं ' मुझे सिने से लगाकर सारे ग़म भुला दो ना,, ©Preet_90aii #SunSet #good_evening💓 #मेरी_नज़्म✍️❤️