आज दिल कर रहा है फिर उस गांव से गुजरे तपती धूप में बरसों गुजर गए फिर से उस पीपल की छांव से गुजरे मुझे जाना नही कारो में जहाजों में उस बहती नदी की नाव से गुजरे अब ये बातें क्यों लगती हैं बीते लम्हों जैसी ना जाने ये जिंदगी कैसे पड़ाव से गुजरे ©Mona Dear✍️ #छांव