ज़िद्दी परिंदा हूं,अभी हारा नहीं हूं सोच है ज़िन्दा, मन भी हैं जिन्दा उड़ चला आसमां को करने शर्मिंदा हिम्मत ना कभी हारी है सफर ये जारी हैं अपनी ज़िद्द को पूरा करने की ठानी हैं उम्मीद,जुनून और हौसला मेरी बीमारी है बचपन से ही एक ज़िद्द मैंने पाली हैं गिर कर फिर उड़ने कि आदत मैंने डाली हैं ज़िद्द को ज़िन्दगी बनाने की मैंने ठानी हैं ख़ुद को बदलने की ज़िद्द मैंने कर डाली हैं #NojotoQuote #ज़िद्दी_परिंदा #shyam_hindustani