122/122/122 काफिया-' म रदीफ़- है हमें चाहते वो सनम हैं हमें लग रहा ये वहम है। गए थे हमें छोड़ कर जो, उसे सोच कर आंख नम है। नहीं मानते वो हमारी, रखे वो बता क्यूं वहम है। करम जो दिखाई दिया है, खुदा ने किया वो रहम है। नजर में नमी जो कम है, शरम आप में यूंहि कम है।। ©Ravi Sharma 122 122 122 रदीफ़- है काफिया - "म" हमें चाहते वो सनम हैं 12 212 2 12 2 हमें लग रहा ये वहम है। 12 2 12 2 12 2