इन लहरों में खुद को न जाने कितने खंडों में विभाजित कर चुकी हूं इसलिए मन अब रोता या दुखी नहीं होता अब तो बस इसको प्रवाहित करने की जिम्मेदारी है ©vidushi MISHRA लहरों में #nojotohindi