गौर फरमाइएगा तबीयत खराब थी,, ना कोई दवा,ना गोली न कोई ताबीज काम आया,, फ़ोन कर के पति से लड़ी, तब जाकर थोड़ा आराम आया.. आसान नहीं होता स्त्री होना! ——- आसान नहीं होता स्त्री होना बेटी होने के