घुटनों से रेंगते रेंगते कब पैरों पर खड़ी हुई तेरी ममता की छांव में जाने कब बढ़ी हुई काला टीका दूध मलाई आज भी सब वैसा ही है मैं ही मैं हूं हर जगह यह प्यार है तेरा कैसा है सीधा साधा भोला भाला मैं ही सबसे अच्छा हूं कितनी भी हो जाओ बड़ी हम आज भी तेरे बच्चे हैं bhawna #kargilvijaydiwas