दुनिया में रहना है तो दो बातें हैं खुद इसके अनुकूल बने या इसको अपने अनुकूल बनायें सिक्का नफरत का भी चला सकते हो मगर प्यार को सिक्के की दरकार नहीं।। ©Mohan Sardarshahari प्यार को सिक्के की दरकार नहीं