पहचाने लोग क्या यहां अनजाने बदल जाते हैं , बुखार नापते आजकल पैमाने बदल जाते हैं। मौसम का बदलता हुआ रुख तो देखा है हमने , इस नए दौर में अपने क्या बेगाने बदल जाते हैं। - आचमन चित्रांशी ©Achman Chitranshi #Poetry #Poet #kavita #Shayar #Shayari #nice #Light