चलो मैं तुम्हरी उसकी बात लिखती हूँ उस अजनबी से पहली आखरी मुलाक़ात लिखती हूँ वो कॉलेज में आना जाना उससे तुम्हरी नजरो का टकराना वो छुप-2 के उसका दिदार करना शायद उससे बिन कहे प्यार करना वो उसका भी मुस्कुराना वो उसके दोस्तों का बहाना वो भाभी कहके नजरे फेर जाना और उसका उन सब को डाट लगाना वो फिर तुम्हारी नजरो का झुकाना ये तुम्हारा अपने दोस्तों का बताना वो उनका फिर चिढाना फिर धीरे से तुम्हारा सरमाना फिर तुम दोनों का एक हो जाना अपने मोहब्बत को जताना एक दूजे को खुद से मनाना एक दूजे से खुद रूठ जाना फिर अचानक से उसका किसी और का हो जाना तुम्हारी मोहब्बत उस गैर को लुटाना तुम्हारे ख्वाबो का बिखर जाना फिर तुम्हारा खुद को खुद से मनाना इतना सब कुछ अकेले सह जाना उसके यादो में खुदद को सताना छुप-2 के आँशु बहाना फिर भीड़ में खुद मुस्कुराना अब बस भी करो मै अपनी बात यही तक लिखती हूँ उसकी आखरी मुलाक़ात यही तक लिखती हूँ #NojotoQuote