जीवन के कई मौसम, हमने तन्हा ही गुजारे। अब कटते नहीं हैं दिन, तेरी यादों के सहारे। सारी उम्र बिता दी हमने, यादों की दहलीज पर। मिलते नहीं कभी हम, जैसे हो नदिया के किनारे। सुकून अब दिल को चाहिए, चाहत के हँसी नजारे। आ मिल जा मुझसे दिलबर, दिल तुझको ही पुकारे। चाह के भी तुझसे मिलना, क्यूँ न किस्मत में हमारे। है आखिरी ये ख्वाहिश, है चाहत के यही ईशारे। Aesthetic Thoughts का एक ख़ूबसूरत #collab तेरी #यादोंकेसहारे #YourQuoteAndMine #मेरी_ख्वाहिश #मौसम #दहलीज़ #इशारे Collaborating with YourQuote Didi