आज बादलो को उत्कट प्रणय की अनुभूति लिये आपस में टकराने दो बिजलीकी कातिलाना अंगड़ाई को अपना रेशमी जलवा दिखाने दो मेरे संग तू है इस समा में मौसम की मदहोश होती अदा में ए इश्क तुझे प्रणयपाश में बांधकर आलिंगन में अपनाकर रखूँ आसमान से गरजती कशिश में दो दिलो को एकदूजे में अनंत तक डुबाकर रख दूँ. ©Manisha keshav ##one season ## #Flower