भूखें मरकर उमर बडा करती तो कोई भिखारी ना होता, भूखें मरने वाला पाकिस्तान आज गुट-गुट कर ना रोता, आजकी पत्नीं सुन,शरम कर क्यों पति से लडती हैं, छोड़ पाखंड व्रत का पति की उम्र उसके सम्मान से बडती हैं, ---ऋषि पुत्र पवन आर्य पाखंड का खंडन।