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शाम हुई है तो सुबह होगी, चोट लगी है तो दर्द होगी,

शाम हुई है तो सुबह होगी,
चोट लगी है तो दर्द होगी,
कमबखत हमें ही एतवार था उन पर....
इंसान है फरेब तो होगी! सच्चाई Nawazish Hussain
शाम हुई है तो सुबह होगी,
चोट लगी है तो दर्द होगी,
कमबखत हमें ही एतवार था उन पर....
इंसान है फरेब तो होगी! सच्चाई Nawazish Hussain
abhiraj7286

Abhi Raj

New Creator