प्राणों का पर्व! सुरभि कब लाओगे कहो प्रिय! पारिजात कब लगाओगे कहो रात्रि शरद चंद्रमा के बोल छल रहें मुझे भूमन पे तारे कब सजाओगे कहो केसर सुगंधि वर्ण कोमल सी ओस को अधरों पे मेरे कब रमाओगे कहो आश मेरी प्यासी है पंथ ठगे नैन हरसिंगार हुआ मौसम कब आओगे कहो #toyou #yqnature #yqlovefor🌸🌸#yqyouandme #yqletter #yqseasonof💕