एक जमाना सा हो गया सोचा कम धार हो गई मरहम उंगली से फेरा , दर्द हरा और आंखें लाल हो गई मिल के सिल देते कुछ ज़ख्म मेरे भी मौसमी है सिला क्या खूब बची गुठली , सुई भी उमर के साथ तलवार हो गई #mausmidard #yaadain #missing #nojoto #jnvians