बोलो तुम कुछ बोल रहे थे, क्यों अतीत के पन्ने खोल रहे थे। जो बीत गई, सो बीत गई, किस बात का ढोल पीट रहे थे। ©Diwan G #अतीत #ढोल #पन्ना #माहर_हिंदीशायर