जनहित की रामायण - 51 " बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ", " लड़की हूँ लड़ सकती हूँ," नारे हैं दोनों ही अच्छे ! नारी हेतु कितने सच्चे ? दोनों की ही है सरकारें, दोनों लेते निर्णय सारे । लड़कियों के जो है स्कूल, नदारद शंका समाधान संकुल । शर्म संसार नारी अलंकार, स्कूल छोड़ने के बने आसार । काग़ज़ों में बने हैं कई, तालों में बंद रक्खे कई । नेताओं अब होश में आओ, नारी को और न बरगलाओ । आरक्षण का बिल ही है गुल, नारी को समझे ये बुलबुल । आग बबूला हो सकती ये, दुर्गा काली बन सकती ये । झूठी बातें बंद करो, महिला हेतु सब प्रबंध करो । दे दो शिक्षा सुरक्षा आरक्षण, जड़मूल से थमें हकभक्षण । - आवेश हिंदुस्तानी 28.12.2021 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #naari #girls #GirlEducation #mahila