लिखते हैं किसी की जिंदगानी अपने अल्फ़ाज़ों में, जीते हैं अपनी रवानी किसी दूसरों के ख़्वाबों में, कभी आंसू को बना देते हैं ज़ज़्बात इन लफ्ज़ों के, सिमट कर रह जाते हैं अक़्सर बात उन लहज़ों के, हमेशा दिल में सँजोये रहते हैं अश्क़ अपनी मर्ज़ के, पढ़ न ले कोई आँखों को, ये रहते हैं अक़्सर सज के, मतलब नहीं रहता लोग क्या कहा करते हैं, इसीलिए ये इन सबसे हटकर रहा करते हैं, ग़र फ़ुरसत में हों कभी तो इनके भी पास बैठिए, ज़िंदगी का सच जानने को इनसे दो पल बात कीजिये, समेट कर रखते हैं दिल में अपनी महबूबा को, सहेजा करते हैं ऐसे कि जैसे कोई अजूबा हो, सर-ए-आम नहीं करते ये अपनी सच्ची मोहब्बत, क्योंकि इनके इश्क़ में हरदम रहती है शिद्दत, जितना सोचते हैं उतना इनकी ज़िंदगी आसान नहीं होती, आंखों में सुकून और दिल में आराम नहीं होती… ©Jagrit Jaisawal #FindingOneself #Love #Poetry #ghazal #poem #Life #Nojoto