Nojoto: Largest Storytelling Platform

साथ चलने के ख़्वाब देखे थे संग मेरे, यूँ बीच रास्ते

साथ चलने के ख़्वाब देखे थे संग मेरे,
यूँ बीच रास्ते छोड़ जाना जरुरी था क्या,
यूँ तो ख़्वाब हजारों थे तेरे,
पर साथ देखे ख़्वाबों को तोड़ना जरुरी था क्या..?

©Aditi Bhardwaj
  #sushantsingh #khwab #Broken