संस्कार संस्कार जो दिए गए मुझे वो पार्वती और राधा सी है किसी के जज्बातों से खेलने की सीख मुझे मिली नहीं है संस्कार ही थे मेरे जो तेरे लिए आशु बहाए थे मैंने वरना इस मतलबी दुनिया में किसी को किसी की जरूरत नहीं है जो बीच रास्ते में तू छोड़ गया था मुझे सोच वो मेरी भी हरकत हो सकती थी पर संस्कार ही थे मेरे जो रिश्ते निभाने की जिद मैंने करी थी मेरे साथ दगा करके तू इसे अपनी जीत समझता है तो खुश रह तेरी नज़र में मैं बेवकूफ हूं सही पर मेरे संस्कार ने मुझे दगाबाजी की इजाजत नहीं दी कभी ©Pallavi Dubey #संस्कार